What is Cotter? | Type of Cotter Joint. ( कॉटर किसे कहते हैं ? कॉटर ज्वाइन्ट के प्रकार लिखो। )
उत्तर- कॉटर (Cotter)--कॉटर आयताकार क्रास सैक्शन का बना होता है। यह मोटाई में समान्तर लेकिन चौड़ाई में टेपर होता है। इसका प्रयोग शाफ्ट की धुरी के साथ 90° के कोण पर फिट करके किया जाता है।यह लगभग प्रति फुट चौड़ाई में टेपर होता है। कॉटर की मोटाई मुख्यतः उसकी चौड़ाई का भाग होती है। कॉटर का प्रयोग धुरी की सीध मैं दो शाफ्टों को जोड़ने के लिए किया जाता है। इससे शाफ्टों की लम्बाई बढ़ जाती है। यह माइल्ड स्टील के होते हैं।
Types of Cotter Joint ( कॉटर ज्वाइन्ट तीन प्रकार के होते हैं। )
1. Socket and Spigot Cotter Joint (सॉकिट और स्पीगॉट कॉटर ज्वाइन्ट)
2. Sleeve and Cotter Joint (स्लीव और कॉटर ज्वाइन्ट)
3. Strap Cotter Joint (स्ट्रैप कॉटर ज्वाइन्ट)
1. Socket and Spigot Cotter Joint (सॉकिट और स्पीगॉट कॉटर ज्वाइन्ट)
इस प्रकार के ज्वाइन्ट में एक शाफ्ट का सिरा खोखला बनाया जाता है, जिसे Socket कहते हैं और दूसरा सिरा स्पीगॉट होता है जिसे Socket सिरे के अन्दर फिट किया जाता है। अब दोनों सिरों को एक साथ जोड़ने के लिए धुरी के साथ 90° के कोण पर आर-पार स्लाट काटे होते हैं। यह स्लॉट इस प्रकार कटे होते हैं कि कॉटर फिट करने पर यह सीध में न होकर थोड़ा दायें व बायें होते हैं। काटर फिट करने पर दोनों शाफ्ट की विपरीत साइडें कॉटर के साथ सम्पर्क में होती हैं। जब दोनों शाफ्टों पर खिंचाव बढ़ता है तो यह ज्वाइन्ट अधिक मजबूत हो जाता है।
2. Sleeve and Cotter Joint (स्लीव और कॉटर ज्वाइन्ट)
इस प्रकार के ज्वाइन्ट में दोनों शाफ्टों के सिरों को सीध में रखा जाता है और फिर इनके ऊपर एक स्लीव (Sleeve) फिट की जाती है। इसके बाद स्लीव व शाफ्टों में दो स्लाट आर-पार कर लिए जाते हैं। इस ज्वाइन्ट में दो कॉटर फिट होते हैं। प्रत्येक कॉटर एक रॉड और स्लीव के साथ एक व दूसरी साइड से सटे रहते हैं, जिससे आवश्यक क्लीयरेंस भी रह जाता है।
3. Strap Cotter Joint (स्ट्रैप कॉटर ज्वाइन्ट)
इस प्रकार के ज्वाइन्ट में रॉड या शाफ्ट के सिरे वर्गाकार या आयताकार क्रास सैक्शन में होते हैं। इसमें एक रॉड या शाफ्ट के सिरे पर अंग्रेजी के 'E' अक्षर के आकार का
स्लाट कटा होता है, जिसमें दूसरी रॉड का सिरा फिट होता है। इसके बाद दोनों रॉड को सिरों को पक्का जोड़ने के लिए उनकी धुरी के साथ 90° के कोण पर आयताकार स्लाट आर पार कटा होता है और इसमें एक जिब (Gib) और एक कॉटर फिट किया जाता है, जिससे दोनों रॉड मजबूती के साथ जुड़ जाती हैं।
• Serrated Shaft | Spline Shaft | स्पलाइन शाफ्ट और सेराटड शाफ्ट
इस प्रकार की शाफ्ट के ऊपर स्पलाइन ग्रूव कटे होते हैं। इनका प्रयोग स्पलाइन हब में ही किया जाता है। आमतौर पर यह असैम्बली मोटर इण्डस्ट्री (Motor Industry) में प्रयोग होते हैं। कुछ असैम्बली में Serrated Shafts और Holes भी प्रयोग होते हैं। इनका प्रयोग भी पावर ट्रांस्मिट करने के लिए करते हैं।
• Pin Joint or Kunckle Joint | पिन ज्वाइन्ट या नक्कल ज्वाइन्ट से आप क्या समझते हैं ?
इस प्रकार के ज्वाइन्ट का प्रयोग Tension व Compression Force में किया जाता है। इसका प्रयोग Power Transmission में Reciprocating Motion आगे पीछे चलने वाली गति को रोटरी मोशन (Rotary Motion) में बदलने के लिए किया जाता है। इसमें एक रॉड का आई एण्ड (Eye End) दूसरी रॉड के डबल आई एण्ड (Double Eye end) में फिट किया जाता है। फार्क एण्ड में एक गोलाकार पिन डालकर दूसरे सिरे पर एक कॉलर और टेपर पिन द्वारा दोनों रॉड को जोड़ा जाता है। दोनों रॉड गोलाकार पिन पर घूमने के लिए स्वतन्त्र होते हैं।
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